۞ हदीस: अनस (र.अ.) से रिवायत है के, रसूलअल्लाह (ﷺ) ने फरमाते हैं के “(बगैर मजबूरी) क़र्ज़ लेने से बचो; इस लिए क़र्ज़ रात में रंज व गम और दिन में ज़िल्लत व रुसवाई का सबाब है।
📕शोएब उल ईमान 5554
۞ Hadith: It is narrated from Anas (R.A.) that the Messenger of Allah (Sallallahu Alaihi Wasallam) said: “Avoid taking loans (without compulsion); That's why debt is a source of grief and sorrow in the night and humiliation and shame in the day.
📕 shoaib ul imman 5554
۞ हदीस: अनस ने अल्लाह के रसूल (ﷺ) से रिवायत करते हुए बताया कि "कर्ज लेने से बचें (बिना किसी मजबूरी के) क्योंकि कर्ज रात में दुख और दुःख और दिन में अस्वीकृति और अपमान का कारण बनता है।"
📕शोएब उल ईमान 5554
2 Comments
occerKemna-1979 Matt Palma Download
ReplyDeletetralentome
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